हस्तरेखा का परिचय (Introduction to Hastrekha)
सदियों से मनुष्य अपने भविष्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा है. उसने स्वयं को संतुष्ट करने के लिए तथा भविष्य की घटनाओं के बारें में पता लगाने के लिए फलित ज्योतिष के आधार पर विभिन्न शाखाओं का निर्माण किया जैसे ज्योतिष, हस्तरेखा शास्त्र, और अंक ज्योतिष ज्ञान. हस्त रेखा ज्ञान, विज्ञान की एक प्राचीन शाखा है. जो हाथों की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के चरित्र एवं उसके भविष्य का आकलन करती है. यह कैरोमंसी के नाम से भी जाना जाता है. इसका अभ्यास किसी भी संस्कृति, क्षेत्र और धर्म तक सीमित नहीं है. यह दुनिया भर में विविध सांस्कृतिक विविधताओं के साथ पाया जाता है. इसलिए, हाथ की रेखाओं तथा हाथ की अनेक विशेषताओं के विश्लेषण के लिए विभिन्न संस्करण प्राप्त हैं. जो व्यक्ति इस कला के अभ्यास में लगे होते हैं उन्हें हस्तरेखाविद्, हाथ पढ़ने वाला , हाथ पाठक, हस्त विश्लेषक या हस्तरेखा शास्त्री के रूप में जाना जाता है. और पढ़ें :
सदियों से मनुष्य अपने भविष्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा है. उसने स्वयं को संतुष्ट करने के लिए तथा भविष्य की घटनाओं के बारें में पता लगाने के लिए फलित ज्योतिष के आधार पर विभिन्न शाखाओं का निर्माण किया जैसे ज्योतिष, हस्तरेखा शास्त्र, और अंक ज्योतिष ज्ञान. हस्त रेखा ज्ञान, विज्ञान की एक प्राचीन शाखा है. जो हाथों की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के चरित्र एवं उसके भविष्य का आकलन करती है. यह कैरोमंसी के नाम से भी जाना जाता है. इसका अभ्यास किसी भी संस्कृति, क्षेत्र और धर्म तक सीमित नहीं है. यह दुनिया भर में विविध सांस्कृतिक विविधताओं के साथ पाया जाता है. इसलिए, हाथ की रेखाओं तथा हाथ की अनेक विशेषताओं के विश्लेषण के लिए विभिन्न संस्करण प्राप्त हैं. जो व्यक्ति इस कला के अभ्यास में लगे होते हैं उन्हें हस्तरेखाविद्, हाथ पढ़ने वाला , हाथ पाठक, हस्त विश्लेषक या हस्तरेखा शास्त्री के रूप में जाना जाता है. और पढ़ें :
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